Find the Best रस Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos aboutरसराज रस क्या है, 💚 cute 👀 दिखता #hu 👧 पगली ना ले #सस्ते में जिस #दिन अपनी #औकात मे आ गया ले #लूंगा 💋 kiss #रस्ते मे, स्वतंत्रता दिवस पर वीर रस की कविता, वीर रस की शायरी इन हिंदी, वीर रस की शायरी,
Ghumnam Gautam
White ठीक सोलहवें साल आया है तुमपे यौवन कमाल आया है उफ़! ये रस से भरे कुँआरे होठ रंग जिनपर कि लाल आया है ©Ghumnam Gautam #यौवन #सोलह #रस #रंग #ghumnamgautam
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read moreGhumnam Gautam
White हमें लगता था यारो आज तो उम्दा परोसेंगे ख़बर कब थी सयाने लोग भी चरबा परोसेंगे परोसीं हैं लबों से आपने तो रस भरी बातें बता दीजे सजल नैनों से अपने क्या परोसेंगे? ©Ghumnam Gautam #sad_quotes #नयन #चरबा #बातें #रस #ghumnamgautam
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read morePenman
ना जाने तेरे प्यार में ऐसा क्या रस है, जो मुझे मधुमस्त कर देता है। ©Tarun RAJPUt #रस
Anuj Ray
रस से भरी मस्त जवानी" लू भरी बैशाखी दुपहरी में, गर्मी से परेशान ,नाजे हाल , तबीयत का तोड़ है, पक्की मिट्टी की सुराही का ठंडा पानी। ठीक वैसे ही बीमार आदमी को बचाने के लिए, चाहिए ,पके हुए आम के जैसी, रस से भरी मसत जवानी। ©Anuj Ray #रस से भरी मस्त जवानी
#रस से भरी मस्त जवानी
read moreUttam Dixit
क्या बतायें आपको,कुछ न पूछो बस, जुबाँ उगलती है मिर्ची,कान को चहिए रस!! #मिर्ची #रस #udquotes
Rabindra Kumar Ram
" जो मिलते तुम कहीं कुछ जिरह कर लेता मैं , तेरे फासलों का सफर तेरी नज़र लेता मैं , रास आये कुछ कि कुछ रस में कैसे रहा जाये , तामाम उम्र कहीं कसमें-कस में ना गुजर जाये . " --- रबिन्द्र राम " जो मिलते तुम कहीं कुछ जिरह कर लेता मैं , तेरे फासलों का सफर तेरी नज़र लेता मैं , रास आये कुछ कि कुछ रस में कैसे रहा जाये , तामाम उम्र कहीं कसमें-कस में ना गुजर जाये . " --- रबिन्द्र राम #जिरह
" जो मिलते तुम कहीं कुछ जिरह कर लेता मैं , तेरे फासलों का सफर तेरी नज़र लेता मैं , रास आये कुछ कि कुछ रस में कैसे रहा जाये , तामाम उम्र कहीं कसमें-कस में ना गुजर जाये . " --- रबिन्द्र राम #जिरह
read moreAuthor Munesh sharma 'Nirjhara'
वैराग्य विहग सम कोमल मन सुमन उपवन लख चिंतित मन किंचित विचलित नहीं प्रियतम सुनहु सखि व्यर्थ अब सावन घन! 🌹 #mनिर्झरा Copyright protected ©️®️ 01/10/2020 #वियोग_शृंगार_रस #yqdidi #yqhindi #yqquotes #रस
Author Munesh sharma 'Nirjhara'
मैं कहाँ कह पाई तुमसे वह सब जो कहना था कभी... मैं कहाँ बटोर पाई उस बिखरे मन को जो बिखरा था पीछे कभी... मैं कहाँ बढ़ा पाई रुके क़दमों को जो थमे थे अतीत में कहीं... मैं कहाँ सुना पाई मन की बात तुम्हें श्रवण पट किये तुमने कभी.. मैं कहाँ बना पाई तुमको अपना कभी दूर हुए तुम जब वहाँ कभी... 🌹 #mनिर्झरा #yqhindi #yqdidi #bestyqhindiquotes #वियोग #रस #yqtales #तुम्हारे_ख़्याल_और_मैं
DR. SANJU TRIPATHI
चढ़ा बुखार इश्क़ का तो मन खुशी से झूमने नाचने लगा, मन खुद को लैला और मजनू से भी बढ़कर समझने लगा। खोया रहने लगा बस उसी के ख्वाबों खयालों में रात- दिन, राते गुजरने लगी सूने आसमान को देखकर तारे गिन गिन। एक झलक देखकर ही प्यार के सपने सजाने लगा था दिल, उसके घर का पता ढूंढ़ ढा़ढ़ के चल दिया उससे मिलने दिल। राह काटना मुश्किल था दिल नए नए सपने बुनने में था गुम, टकराए अजनबी से गिरे मुंह के बल हुई दिमाग की बत्ती गुल। दिल खुशी से झूम उठा जब आंखें खोली तो उसे सामने पाया, यकीन हो गया खुदा पर खुदा ने था फिर से उससे मिलवाया। थोड़ी देर में एक अजनबी हाल चाल पूछने उस कमरे में आया, मेरे महबूब के कांधे पर हाथ रखकर उसे अपनी बेगम बताया। जितनी तेजी से चढ़ा था बुखार इश्क़ का उतनी तेजी से उतर गया, बनना चाहता था उसके बच्चों का अब्बा देखो मामू जान बन गया। -"Ek Soch" २)हास्य रस - हास्य /हास दूसरों की चेष्टा करने से हास उत्पन्न होता है ।वाणी, रूप, अंतर्गत वेशभूषा आदि विकारों का समावेश होता है । ✔️समय - 28 1 मार्च रात 12 बजे तक ✔️यह सब्सक्राइबर्स के लिए विशेष प्रतियोगिता है । अधिक जानकारी के लिए पिन paid story पढ़े। ✔️रचना लिखने के बाद पिन paid पोस्ट पर 'हास्य रस' ऐसा कमेन्ट करे । याद रहे इस पोस्ट का कमेंट ऑप्शन बंद है । आपको पिन पोस्ट पर कमेंट करना है ।
२)हास्य रस - हास्य /हास दूसरों की चेष्टा करने से हास उत्पन्न होता है ।वाणी, रूप, अंतर्गत वेशभूषा आदि विकारों का समावेश होता है । ✔️समय - 28 1 मार्च रात 12 बजे तक ✔️यह सब्सक्राइबर्स के लिए विशेष प्रतियोगिता है । अधिक जानकारी के लिए पिन paid story पढ़े। ✔️रचना लिखने के बाद पिन paid पोस्ट पर 'हास्य रस' ऐसा कमेन्ट करे । याद रहे इस पोस्ट का कमेंट ऑप्शन बंद है । आपको पिन पोस्ट पर कमेंट करना है ।
read moreDR. SANJU TRIPATHI
तेरे ही प्यार के रंगों की ओढ़ के चुनरिया पिया मैं तो तेरे ही रंगों में रंग गई, कल तक थी तुझसे बिल्कुल अनजान, प्यार का बंधन करके तेरी हो गई। तेरे नाम की लगाई है माथे पर बिंदिया तेरे ही नाम की हाथों में मेहंदी रचाई है, लाल जोड़ा पहन के सजी हूं आज मैं झिलमिल सितारों वाली चुनरी मंगाई है तेरी दुल्हन बनी हूं मांग में भरकर तेरे नाम का सिंदूर सोलह श्रृंगार पूरे किये हैं बड़ी मन्नतों व दुआओं के बाद जिंदगी में यह वस्ल की चाहत की रात आई है। तेरा साथ पाकर तो जिंदगी का हर मुश्किल सफर भी हंसते हंसते कट जाएगा, तेरे प्यार की खुशियों की छांव तले जिंदगी के सारे गम धीरे धीरे खिसक जाएंगे। १) श्रृंगार रस - रती / प्रेम प्रेम संबंधी वर्णन या सौंदर्य के प्रति वर्णन को श्रृंगार रस कहते हैं । श्रृंगार रस को रसों का प्रमुख यानी रसराज/रसपती भी कहा जाता है । ✔️समय - 28 फरवरी रात 12 बजे तक ✔️यह सब्सक्राइबर्स के लिए विशेष प्रतियोगिता है । अधिक जानकारी के लिए पिन paid story पढ़े। ✔️रचना लिखने के बाद पिन paid पोस्ट पर 'श्रृंगार रस' ऐसा कमेन्ट करे । याद रहे इस पोस्ट का कमेंट ऑप्शन बंद है । आपको पिन पोस्ट पर कमेंट करना है ।
१) श्रृंगार रस - रती / प्रेम प्रेम संबंधी वर्णन या सौंदर्य के प्रति वर्णन को श्रृंगार रस कहते हैं । श्रृंगार रस को रसों का प्रमुख यानी रसराज/रसपती भी कहा जाता है । ✔️समय - 28 फरवरी रात 12 बजे तक ✔️यह सब्सक्राइबर्स के लिए विशेष प्रतियोगिता है । अधिक जानकारी के लिए पिन paid story पढ़े। ✔️रचना लिखने के बाद पिन paid पोस्ट पर 'श्रृंगार रस' ऐसा कमेन्ट करे । याद रहे इस पोस्ट का कमेंट ऑप्शन बंद है । आपको पिन पोस्ट पर कमेंट करना है ।
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