Nojoto: Largest Storytelling Platform

सोचता हूं क्या होगा रात कटी फिर सबेरा होगा दिन मह

सोचता हूं क्या होगा रात कटी फिर सबेरा होगा 
दिन महीने साल एक एक कर के खत्म होगा 
जो वक्त बीत गया वो फिर कहां हमारा होगा
सांसें जब तक चलेगी हमारे दिल में तेरा नाम होगा
#संगीता

©01Chauhan1