Nojoto: Largest Storytelling Platform

बचपन में हम तोड़ते थे आम पत्थरों से, तब कहां पता

बचपन में हम तोड़ते थे आम पत्थरों से,

तब कहां पता था, "भावना"

जुबां से तो जीता जागता इंसान टूट जाता है...।

©Bhavana kmishra
  #जुबान  hardik Mahajan Shilpi Singh Raj Guru poonam atrey Bhardwaj Only Budana  Urvashi Kapoor Anil Ray प्रज्ञा Puja Udeshi कवि संतोष बड़कुर