मोहब्बत में जाँ लुटा दे न धर्म न मज़हब इश्क़ वतन से देखों सरहदों पे प्यारा प्यारा देखों यहाँ माटी खुशबू लिए सुनहरा सुनहरा गेहूं खेतों में लहराये लगता बड़ा प्यारा प्यारा कभी ईद कभी दिवाली त्योहार है बहुत सारा अबीर-गुलाल उड़े सब का चेहरा प्यारा प्यारा पनघटों पे देखों क्या खूब दिखता नजारा गंगा आरती हो दिल को लगता प्यारा प्यारा चूड़ीयों में खनक सतरंगी नजारा क्यूँ न कहें फिर सारे जहाँ से अच्छा हमारा देश है प्यारा प्यारा ।। 🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏जय हिन्द 🙏🇮🇳🙏🇮🇳🙏 ♥️ मुख्य प्रतियोगिता-1026 #collabwithकोराकाग़ज़ 🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाएँ! 🇮🇳 ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा।