इंतज़ार और मोहब्बत बहुत इंतज़ार किया है तुम्हे पाने के लिए, मगर क्या करे तुम सुनते नहीं।। मोहम्मद भी की और लड़ाई भी की तुम्हे पाने के लिए, मगर क्या करे तुम मानते नहीं, जान भी हाज़र है तुम्हारे लिए, मगर क्या करे तुम हमे चाहते नहीं । #mohabbat #intzaar #ehsaas