हम अक्सर रोती बिलखती स्त्रियों पर संवेदना दर्ज करते दिखाई देते हैं उनके मनोभावों को पढ़ने की कोशिश करते हैं कभी सोचा है या देखा है लड़कों के उन उदास चेहरों को जो आज भी बेपरवाह हंसी के साथ देर रात आसमान को निहारते हुए कभी खुद को तो कभी किस्मत को कोसते हुए कभी घर की परेशानी पर मन ही मन फूट फूट कर रोते हुए हर जगह हर नुक्कड़ हर गली बस चोराहे ट्रेन मेट्रो कहीं भी मिल जाएंगे अपनी उदासी को छिपाते हुए खुद को अच्छा और हँसमुख बताते हुए और हम सिर्फ यही कहते हुए कि स्त्री का दुख सर्वोपरि है इसलिए कि वो अपने अंदर के अविरल भावों को मनोदशा को दिखा पाती हैं और लड़के हमेशा की तरह दुख को सिगरेट के धुंए शराब के नशे में भुलाते हुए मिल जाएंगे कही भी।।✍️✍️ #ख़याल #कविता #लेखन #yqbaba #yqtales #yqdidi #yqhindi #yourquotebaba