Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये तन्हाईयाँ कितनी गहरी हुई है डूबे हम यूँ, नज़र नह

ये तन्हाईयाँ कितनी गहरी हुई है
डूबे हम यूँ, नज़र नहीं आते
किसी बोझिल सी शाम का ढलना
एक उम्र सदियों सा सब्र नहीं पाते
की तिनकों तिनकों से बना आशियाना
ना घर बने हैं, ना घर बना पाते

©paras Dlonelystar
  #SunSet #parasd #musingsoflife #आशियाना #घर #बोझिल #शामें