"पुरुष" आज तक हमने महिलाओं के पक्ष को देखा हैं आइयें आज जिन्दगी को पुरुष के नजरिये से देखें (कविता अनुशीर्षक में) पुरूष मैं कौन हूँ ? मैं एक पुरुष हूँ , एक कमाने की मशीन