बात हो ना हो तुम्हें तो रूठना ही है, बेतुके रिश्तों तुम्हें तो टूटना ही है, था उजाला जब तलक़ वो साथ था मेरे, हो गयी अंधेर साया छूटना ही है। #अक्षय व्यास# #Drops