Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये मौसम हसीन ----ये खूबसूरत नजारे आ गये फिर से हम

ये मौसम हसीन ----ये खूबसूरत नजारे
आ गये फिर से हम उस नदी के किनारे

आसमां और जमीं मिल रहे थे जहां पर
जिस जगह धुंध मे हमने  कश्ती  उतारे

चलते चलते न जाने कब शाम हो गयी
हल्की बारिश की पड़ने लगी थी फुहारें

कुछ कहा भी नहीं --कुछ सुना भी नहीं
आंखों आंखों मे ही बस हुये कुछ इशारे

कभी फुर्सत मिले तो आओगे क्या तुम
संजय जीते हैं हम --तेरी यादों के सहारे

©संजय श्रीवास्तव #coldwinter
ये मौसम हसीन ----ये खूबसूरत नजारे
आ गये फिर से हम उस नदी के किनारे

आसमां और जमीं मिल रहे थे जहां पर
जिस जगह धुंध मे हमने  कश्ती  उतारे

चलते चलते न जाने कब शाम हो गयी
हल्की बारिश की पड़ने लगी थी फुहारें

कुछ कहा भी नहीं --कुछ सुना भी नहीं
आंखों आंखों मे ही बस हुये कुछ इशारे

कभी फुर्सत मिले तो आओगे क्या तुम
संजय जीते हैं हम --तेरी यादों के सहारे

©संजय श्रीवास्तव #coldwinter