Nojoto: Largest Storytelling Platform

जब हम पहली बार मिले थे हवाएं क्या बदमस्त चली थी फू

जब हम पहली बार मिले थे
हवाएं क्या बदमस्त चली थी
फूलों को मदहोश देखा था
झूम रही हर एक कली थी..

क्या खंडहर क्या बंजर धरती
सब कुछ मानो गुलशन था
एक तरफ था चेहरा उसका
बाकी सब पर धूल पड़ी थी

©Sukoon Poetry
  जब हम पहली बार मिले थे #loversday #Nojoto #शायरी #Poetry #nojotohindi #Love 
#Sukoonpoetry  Nîkîtã Guptā अब्र (Abr) Abhay (pathik) J. Chandravanshi AkhiShayar  Sumeer Bhati