कोरा काग़ज़ Premium Challange-20 विषय 3 :- दोस्ती की मिसाल (लघुकथा) दिल के ज़ख्म छुपाकर भी, वो हँसता है मुस्कुराता है। रोती हुई आँखों से भी, वो हर दर्द सह जाता है। तकलीफ़ें कितनी भी हो, वो उफ्फ तक नहीं करता कभी। हँसकर अपनी पेशानी की, हर सिकन भी वो छुपाता है। दुनिया चाहे जैसी भी हो, गुरुर न उसने किया कभी। मुश्किल से हालातों से भी, वो आसानी से गुजर जाता है। चाहत उसकी कुछ भी नहीं, सिवाय हमारी खुशी के, वो नेकदिल फरिश्ता, इस जहाँ में दोस्त कहलाता है। कोरा काग़ज़ Premium Challange-20 विषय 3 :- दोस्ती की मिसाल (लघुकथा) दिल के ज़ख्म छुपाकर भी, वो हँसता है मुस्कुराता है। रोती हुई आँखों से भी, वो हर दर्द सह जाता है। तकलीफ़ें कितनी भी हो, वो उफ्फ तक नहीं करता कभी। हँसकर अपनी पेशानी की, हर सिकन भी वो छुपाता है।