आधी अधूरी पढ़ाई आधा अधुरा खाना पहनावा देना और कहते हों माता पिता है हम,
अदूरदर्शी अपरिपक्व अज्ञानी ही हो हमारी नज़रों में।
बेटियों को आगे बढ़ाने अपने पैरो पर खड़ा करना,उनको छोटी छोटी बातों चीजों में राय देने फैसला सुनाने के काबिल बनाना जैसे हमारे बेटे किसी और के भरोसे नही रहते खुद कुछ करते है तो कितना गर्व होता है बहनों को मां पिता सभी को, तब हम नही देखते के जमाना और धर्म क्या कहता है, कोई कुछ भी कहता हो लेकिन हमें अपने बच्चो का अपने घरों का जीवन अच्छा करना है सब काबिल बने अपने अपने स्तर पर, जब हम एक घर अपने सभी सदस्यों को अपने दिमाग से सोचने के काबिल बनाएंगे तो जमाना और धर्म भी अपनी रीति नीति बदल लेगा। हम ही हिम्मत नही करते है तो कोई और क्या हमसे सीखेगा।
Dear parents. बेटियो को अक्षर ज्ञान ही ज़रूरी है तो आपको हमसे ज्यादा ज्ञान है आप ही क्यों नही ज्यादा कमा लेते ताकि हमारे सर से ये कमाने का भूत तो उतर जाए।
हमें भी अपना नाम बनाना है। हमे प्यार में ही नही पड़ना, सजना ही नही है,घर के कामों में मारे ही नही जाना है। साथ दे दो हमारा भी भाई पिता।😡
बहनें पढ़ती है तो उनको घर के काम में ना लगाना जितनी जिम्मेदारी मां पिता की है उससे कई ज्यादा भाई की है क्योंकि वो खुद को रक्षक मानता है बहन का, तो आज के समय में यही रक्षा होगी उनकी। #Shayari#घरेलूहिंसा#MissionMaanyMaang