चेहरे तो बहुत देखे इस बेरंगी दुनिया में एक तू ही अपना सा लगा। न जाने ऐसा किया था तेरी आंखों में जिसे देखने के बाद रह न सके। न जाने ऐसा किया था तेरी आवाज में जिससे सुनने के बाद कुछ और सुन न सके। ऐसा किया था तेरे चेहरे में जिसे देखने के बाद खुद से बाते करने लगे। ऐसा किया था जिससे आज तक पा न सके। एक अजीब सी कशिश है तेरे अंदर जो हम बिना किसी डोर खींचे जा रहे। ©Afzal Rana अफजल चौधरी #friends