Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुद्दत हुई मैंने दरवाज़ा बंद नहीं किया तेरे आने की

मुद्दत हुई मैंने दरवाज़ा बंद नहीं किया
तेरे आने की आस कैसे छोड़ दूँ, आख़िर हूँ मैं एक माँ
तेरे वादे पे मुझको यकीन है
तेरी वर्दी और तेरा बक्सा देख नाहक ही सब गमगीन हैं

©Nirupa Kumari
  #इंतज़ार
#देश के रखवाले

#इंतज़ार #देश के रखवाले #शायरी

149 Views