परिंदा भला कब आशियाना चाहता है, फ़क़त अपने परों का हौंसला आज़माना चाहता है। .... ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #नोजोटोहिंदी #Nojoto2liner