Find the Best अबोध_poetry Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about poetry thanks to allah, button poetry love, sad and emotional poetry, hindi poetry about love, poetry in hindi love,
अबोध_मन//फरीदा
जला दिया है प्रेम दीया पलको की बाड़ के पीछे ठहरा हुआ जो अंधेरों का शहर था.. जिनमें आन बसे थे इक रोज़ तुम बिना इजाज़त.. जानते हो.. लिपट रोया था वो शहर तमस की बाँहों में जब तुमने उसे छोड़ा था.. बिना कोई वजह दिए..गलत है न जो आपको आबाद करे.. उसे यूँ उजाड़ देना.. ख़ैर..वक्त था बीत गया..आज वो शहर फिर जगमग है.. स्थापित किया है मन मंदिर से उठा कर ’प्रेम दीया’.! ©अबोध_मन//फरीदा जला दिया है प्रेम दीया पलको की बाड़ के पीछे ठहरा हुआ जो अंधेरों का शहर था.. जिनमें आन बसे थे इक रोज़ तुम बिना इजाज़त..
अबोध_मन//फरीदा
©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #नोजोटोहिंदी #छोटी_कविता #अक्कड़_बक्कड़_बम्बे_बो
अबोध_मन//फरीदा
“ज़िंदगी" फिसलती जाती रेत सी, मैं वहीं का वहीं किसी सैराब सा। ज़िंदगी महकी हुई सी, खिल रहा हूँ मैं भी अब गुलाब सा। . ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry
अबोध_मन//फरीदा
मोहब्बत दर्द भी है...मोहब्बत है दवा भी रब ही जाने किसके हिस्से में क्या रखा है.! ... ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry
अबोध_मन//फरीदा
परिंदा भला कब आशियाना चाहता है, फ़क़त अपने परों का हौंसला आज़माना चाहता है। .... ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #नोजोटोहिंदी #Nojoto2liner
अबोध_मन//फरीदा
बेफ़िकर–बेज़िकर न कहीं कोई दिलासा किसी जीत को न हार को। अनकही–अनसुनी मैं चुनूं कोई अपनी भाषा स्वयं से मौन संवाद को। तोड़ते – तोलते इन शब्दों के नगर से दूर मैं चलूँ मैं बहु संग लिए वात को। मैं रचूं अपना जीवन नन्हीं सी है ये अभिलाषा जागूँ कि अब नई प्रभात हो ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #nurseryrhyme #अक्कड़_बक्कड़_बम्बे_बो
अबोध_मन//फरीदा
नभ ने ओढ़ ली केसरिया काया, धरा पर पल्लवित हरे पर्ण पात, मानव शुद्ध, धवल चरित्र जो साजे गुँजित शतरव,उदित स्वतंत्र प्रभात। ... कि त्वरित भया विकास का क्रम मुदित भया हर मुरझाया मन, फुलवारी बन खिल उठे अबोध गर्वित भया भारत का हर जन। ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #IndependenceDay #देश_मेरे
अबोध_मन//फरीदा
. ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_poetry #अबोध_मन #फ़क़तफरीदा
अबोध_मन//फरीदा
कुछ धागों ने आज बारिशों में भीग अपने रंग खो दिए, रोली–चंदन थार तरसती रही और दो आँखें बरसती रहीं। ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry #रक्षाबंधन Happy Rakshabandhan 💖
अबोध_मन//फरीदा
चाहे पूरी दुनिया घूम लो, हर रिश्ते को आजमा कर देख लो, "खुदा" के बाद "मां-बाप" के सिवा कोई यहाँ अपना नहीं है। ©अबोध_मन//फरीदा #अबोध_मन #अबोध_poetry