छोड़ बेशकीमती मौके 'कवि संगोष्ठियों' के ख़ुद से ख़ुद के अरमान छीन रहे हैं.... एक सरकारी के चक्कर में पड़े फाइलों की तरकारी बीन रहे हैं☹️ अर्चना'अनुपमक्रान्ति' ©Archana pandey सरकारी तरकारी #WinterEve