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"अपना संपूर्ण मासिक वेतन पिता को समर्पित मायने न

"अपना संपूर्ण मासिक वेतन
 पिता को समर्पित
 मायने नहीं रखता पैसा 
मायने रखते हैं संस्कार
 स्कूल से कोई शिकायत नहीं
 कॉलेज से कोई शिकायत नहीं 
कॉलोनी से कोई शिकायत नहीं 
गांव से कोई शिकायत नहीं
 कर्मभूमि से कोई शिकायत नहीं
 हर जगह से सिर्फ़ और सिर्फ़
 सुनने को मिलती रही पुत्र कर्म
 पुत्र संस्कारों की प्रशंसा
 ईश्वर से कामना है यही मेरी 
हर पिता को मिले 
संस्कारी पुत्र विवेक जैसा।"

©Azaad Pooran Singh Rajawat
  #संस्कारी पुत्र विवेक जैसा#

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