Nojoto: Largest Storytelling Platform

इस सुकून की तलाश में तमाम उम्र गुजार दी कहां कहां

इस सुकून की तलाश में तमाम उम्र गुजार दी
कहां कहां नहीं ढूंढा कोई पूछे तो सही
बन्द आंखों में मिली जो खुशी खुली आंखें ढूंढती है
मां तेरी लोरी के जादू से आज भी झूमती है









काश की वो अहसास आज फिर मिल जाता मुझे
तेरे हाथों की पकड़ का अहसास तड़पता है मुझे
बबली भाटी बैसला

©Babli BhatiBaisla
  जादू

जादू #शायरी

1,093 Views