Nojoto: Largest Storytelling Platform

दरीया के ठहरे हुए पानी मे हलचल हुई नहीं हैं शायद

दरीया के ठहरे हुए पानी मे हलचल  हुई नहीं हैं
शायद कई दिनों से हमने इसमें ककड फेंका नहीं हैं

जिस दिन से बस्ती मे शान्ति पाठ का जलसा हुआ हैं
कोई लश्कर कोई कोलाहल  तबसे हमेँ दिखा नहीं हैं

दुनिआ संग हम भी भागे जा रहे हैं न जाने कहाँ कहाँ
एक जगह रुक कर हमने  कभी  कुछ सोचा नहीं हैं

©Parasram Arora
  दरिया के ठहरे. पानी मे

दरिया के ठहरे. पानी मे #शायरी

5,473 Views