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*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“17/7/2021”*📚 ✨*“शनिवार”*🌟

*✍🏻“सुविचार"*📝 
📘*“17/7/2021”*📚
✨*“शनिवार”*🌟

आज आपसे एक बहुत “महत्वपूर्ण प्रश्न” पूछ रहा हूं कि इस “संसार” में सबसे “अधिक सुखी” कौन है ?
अब कोई कहेगा “धनी व्यक्ति” जिसके पास सबसे “अधिक धन” है,कोई कहेगा कि किसी “राज्य का राजा” 
क्योंकि वो “शासन” कर पाता है,
उसके “आदेश” के बिना कुछ भी नहीं होता आदि इत्यादि...
इसका “उत्तर” यदि मैं दूं तो मैं तो बस इतना ही कहुंगा कि इस “संसार” का “सबसे सुखी” व्यक्ति वो है जो “संतुष्ट” है,
उसके पास “संतुष्टि रूपी धन” है 
जो उसे “सुखी” रखता है,
अब ये “संतुष्टि” कैसे आती है इस “जीवन” में ?
ये आती है “धैर्य के साथ”,“धैर्य” ये अत्यंत शक्तिशाली है ये “धैर्य” ही है जो हमारी “धरती” को “धरती माता” बनाता है,क्योंकि ये धरती माता “धारण” करती है, “सहती” है,
“धैर्य” रखती है और अपना “कर्म” करती जाती है,
ये धैर्य ही था “सीता माता” में तभी “रावण का अन्त” हुआ,ये “धैर्य” ही था जब “नारायण” ने “कच्छप अवतार” गृहण किया, एक बड़े से “पर्वत” को अपने ऊपर “धारण” किया,और “समुद्र मंथन” संभव करवाया,तो “सर्वप्रथम” धैर्य को अपने “मन” में लाइए,यही “धैर्य” आपको 
“संतुष्टि” की ओर ले जाएगा,
और यहीं “संतुष्टि” आपको “लोभ”, “मोह”,“लालच” से “दूर” ले जाएगी केवल “सुख” की ओर...
और तब ये मन आनंदित रहेगा...
*“अतुल शर्मा 🖋️📝*

©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 
📘*“17/7/2021”*📚
✨ *“शनिवार”*🌟

#“संसार”  

#“सुखी व्यक्ति”
*✍🏻“सुविचार"*📝 
📘*“17/7/2021”*📚
✨*“शनिवार”*🌟

आज आपसे एक बहुत “महत्वपूर्ण प्रश्न” पूछ रहा हूं कि इस “संसार” में सबसे “अधिक सुखी” कौन है ?
अब कोई कहेगा “धनी व्यक्ति” जिसके पास सबसे “अधिक धन” है,कोई कहेगा कि किसी “राज्य का राजा” 
क्योंकि वो “शासन” कर पाता है,
उसके “आदेश” के बिना कुछ भी नहीं होता आदि इत्यादि...
इसका “उत्तर” यदि मैं दूं तो मैं तो बस इतना ही कहुंगा कि इस “संसार” का “सबसे सुखी” व्यक्ति वो है जो “संतुष्ट” है,
उसके पास “संतुष्टि रूपी धन” है 
जो उसे “सुखी” रखता है,
अब ये “संतुष्टि” कैसे आती है इस “जीवन” में ?
ये आती है “धैर्य के साथ”,“धैर्य” ये अत्यंत शक्तिशाली है ये “धैर्य” ही है जो हमारी “धरती” को “धरती माता” बनाता है,क्योंकि ये धरती माता “धारण” करती है, “सहती” है,
“धैर्य” रखती है और अपना “कर्म” करती जाती है,
ये धैर्य ही था “सीता माता” में तभी “रावण का अन्त” हुआ,ये “धैर्य” ही था जब “नारायण” ने “कच्छप अवतार” गृहण किया, एक बड़े से “पर्वत” को अपने ऊपर “धारण” किया,और “समुद्र मंथन” संभव करवाया,तो “सर्वप्रथम” धैर्य को अपने “मन” में लाइए,यही “धैर्य” आपको 
“संतुष्टि” की ओर ले जाएगा,
और यहीं “संतुष्टि” आपको “लोभ”, “मोह”,“लालच” से “दूर” ले जाएगी केवल “सुख” की ओर...
और तब ये मन आनंदित रहेगा...
*“अतुल शर्मा 🖋️📝*

©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 
📘*“17/7/2021”*📚
✨ *“शनिवार”*🌟

#“संसार”  

#“सुखी व्यक्ति”
atulsharma6011

Atul Sharma

New Creator

*✍🏻“सुविचार"*📝 📘*“17/7/2021”*📚 ✨ *“शनिवार”*🌟 #“संसार” #“सुखी व्यक्ति” #Quotes #“मन #“कर्म” #“सुख” #“संतुष्टि” #“धैर्य” #“धारण”