wow! क्या मस्त combination है एक ही कमी रह गई थी, लिखा होता अकेले हों हम और तुम, बैडरूम की खिड़की से मस्त नज़ारा ले, तेरी गोदी में सर रख तेरी ही खयालों में खोया रहता.. पूरे पूरे दिन... सुप्रभात, 🌼🌼🌼🌼 🌼आज का हमारा विषय "चाय, बारिश और तुम" बहुत ही ख़ूबसूरत है, आशा है आप लोगों को पसंद आएगा। 🌼आप सब सुबह की चाय की चुस्की लेते हुए लिखना आरंभ कीजिए। 🌼आपके भाग लेने का समय आज रात्रि 12 बजे तक है,