इस सादगी में खुदा नजर आया । आज चांद जमीं पर उतर आया । अरसे बाद सुकूं ने दस्तक दी है , क्या मुकद्दर चलकर मेरे घर आया?? हसरत नही बची अब कुछ और पाने की , तेरे दीदार को ए पूरा शहर आया ।। [रवि] ©Ravi Ranjan Kumar Kausik #relaxation सादगीवंदना ....