महकता हुआ जिस्म तेरा गुलाब जैसा है, नींद के सफर में तू एक ख्वाब जैसा है, दो घूँट पी लेने दे आँखों के प्याले से, नशा तेरी आँखों का शराब जैसा है। ©Vikash Singh #महकता #हुआ #ख्वाब #है #तू