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Nurul Shabd

prabhunath maurya

Er.Atul Kumar Gupta

#snowpark

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मुखौटा A HIDDEN FEELINGS * अंकूर *

*"#बिगड़ा #हुआ #शक्स #हु #मै" * अब बस सुनता रहता हूं लोगों की बाते मानो बिगड़ा हुआ शक्स हु मै। काम आने पर याद करते हैं लोग वरना तो आवारा शक्स हु मै।

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*"बिगड़ा हुआ शक्स हु मै" *

अब बस सुनता रहता हूं लोगों की बाते
मानो बिगड़ा हुआ शक्स हु मै। 

 काम आने पर याद करते हैं लोग
 वरना तो आवारा शक्स हु मै। 

 अपनो से थी उम्मीद अपना होने की
 उनकी नजर मे भी बिगड़ा हुआ शक्स हु मै।

अब बस सुनता रहता हूं लोगों की बाते
मानो बिगड़ा हुआ ✍️✍️✍️🤐

©Ankur Mishra *"#बिगड़ा #हुआ #शक्स #हु #मै" *

अब बस सुनता रहता हूं लोगों की बाते
मानो बिगड़ा हुआ शक्स हु मै। 

 काम आने पर याद करते हैं लोग
 वरना तो आवारा शक्स हु मै।

Vikas Sahni

Shashi Bhushan Mishra

#हुआ घट में प्रकाश#

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लोग  हैं   बदहवास   देखो  तो, 
गुम है होश-ओ-हवास देखो तो, 

किसकी झोली में दाम है बोलो,
कौन  है  आम  खास  देखो तो, 

सबकी मज़बूरियाँ मुनासिब है,
अपने  ही  आसपास देखो तो, 

किसी  की  रात कटी आहों  में, 
कोई  मन  से  उदास  देखो  तो, 

कहीं ज़ुगनू सा टिमटिमाये दीया,
कहीं   जगमग    उजास   देखो, 

भाग्य  के  भरोसे  क्योंकर बैठें, 
कर्म   है   मेरे   पास  देखो  तो,

राजसी  ठाठ  सभी  छोड़ चले, 
क़जा  आई  न  रास  देखो तो,

मन हुआ शुद्ध गौतम बुद्ध बने, 
हुआ  घट  में  प्रकाश देखो तो,

एक ही ज़िन्दगी मिली 'गुंजन',
करो ख़ुद की तलाश देखो तो,
  --शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
     चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #हुआ घट में प्रकाश#

Shashi Bhushan Mishra

#हुआ गमज़दा आईना#

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देख मुझको हुआ गमज़दा आईना,
तोड़कर  वायदा  गुम हुई  आई ना,

प्यार था  या  कोई  बेबसी  और थी,
क्या मैं समझूँ बता दे है क्या मायना,

सूरत-ए-हाल  कैसे  बयाँ  मैं  करूँ, 
दिल है मेरा मुक़द्दस भी हरजाई ना,

इश्क़ पहला था आघात गहरा लगा, 
कर सकेगा  कभी कोई  भरपाई ना,

रखा  महफ़ूज  दिल में मुसर्रत सदा,
बाद  तेरे   हुई   कुछ   शनासाई ना,

वक़्त के साथ हरगिज़ बदलता नहीं, 
बीत  जाता  समय  रहती  रानाई ना,

खेल कुदरत का होता है गुंजन ग़जब, 
वक़्त   के  रुबरू  चलती   दानाई ना,
    ---शशि भूषण मिश्र 'गुंजन'
        चेन्नई तमिलनाडु

©Shashi Bhushan Mishra #हुआ गमज़दा आईना#

Shubham Bhardwaj

SKgujjarchauhan

Shubham Bhardwaj

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