"मुझे अपना बचपन फिर से दोहराना है" मुझे अपने बचपन के दोस्तों को स्कूल की वो गलियां याद दिलाना है, जहां हमारा स्कूल के बाद ठिकाना है ("मुझे अपना बचपन फिर से दोहराना है") आज मुझे बचपन के दिनों को अपना मरहम बनाना है... कुछ यादें करनी ताजा़ कुछ गम भूलाना है ("मुझे अपना बचपन फिर से दोहराना है") आज सालों बाद वही सुबह-सुबह का गान गाना है ("मुझे अपना बचपन फिर से दोहराना है" ) खो गई है जो हंसी इस भीड़ भरी जिंदगी में....वो बचपन की हंसी इस चेहरे पर फिर से लाना है ("मुझे अपना बचपन फिर से दोहराना है" ) ना अमीरी का शौक था, ना गरीबी का गम, खुशनुमा बचपन था खुशहाल थे हम.., वही खुशहाली लाना है, जिंदगी को एक बार फिर खुशनुमा बनाना है.... "मुझे अपना बचपन फिर से दोहराना है" "मुझे अपना बचपन फिर से दोहराना है" अंतरा मिश्रा "मुझे अपना #बचपन फिर से #दोहराना है" #कविता #याद