चलो कुछ बात हो जाये तुम जुल्फ़ें जो लहरा दो तो बरसात हो जाये। तमन्नाएं मचल गयी है आज खामोशी की घटाओं में बंद दूसरे भी नयन कर लो तो आज दिन में रात हो जाये। "दरिया" #दिल चाहता है।