Nojoto: Largest Storytelling Platform
nojotouser1975073413
  • 217Stories
  • 156Followers
  • 1.8KLove
    685Views

Ramanuj Tiwari

कवि ग़ज़लकार

https://ramanujtiwari801.blogspot.com/?m=1

  • Popular
  • Latest
  • Video
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

ऋतू बदली मौसम बदला
बदल गया सारा जमाना
पर न बदली आज तक ओ 
जिसने सिखा दिया मुस्कुराना।

सर के बगल में बैठ कर
जो लिखी थी डायरी कभी 
उसमे रंग भरना अभी बाकी है
इत्र से बदन तो महक गया पर
व्यक्तित्व से खुशबु आना अभी बाकी है
यूं तो जानते है बहुत से लोग पर
खुद की पहचान बनाना बाकी है
बेसक हासिल बहुत कुछ हुआ
मगर आकाश में उड़ना अभी बाकी है
बाकी है अभी भी ओ सब
जो तुम चाहती हो
जो तुम करना चाहती हो
जो तुम बनना चाहती हो
जन्मदिन की ढेर सारी शुभकामनायें।

©Ramanuj Tiwari
  ##moonnight
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

बातों  का  अहसास  मत  बना  देना
मुझे किसी  का  खास मत बना देना
बस  इतना  रहम करना मेरे मालिक 
किसी का टाइम पास मत बना देना।

©Ramanuj Tiwari
  ##Sukha
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

लवों को कौन सा काम दूँ
आँखों को कौन सा जाम दूँ
रहती थी जो बांहों में कभी
उसे दोस्त कैसे मान लूं मैं।


भुला दूँ उस ख़त को
जो खून से लिखा था कभी
हर पल जिसका इंतजार
चौखट पर करता था कभी
जो जीवन का आधार थी
गुजरा हुआ पल कैसे मान लूं मैं
उसे दोस्त कैसे मान लूँ मैं।

राह निकलते दीदार की मन्नत मांगते थे
उसके लिये खुदा की जन्नत मांगते थे
उसके सिवा किसी और का नाम लूं मैं
उसे दोस्त कैसे मान लूं मैं।

©Ramanuj Tiwari ##kitaab
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

छोड़ कर रोता हुआ चला जाये
उस पर ऐतबार नहीं हो सकता
दुनिया में सब कुछ हो सकता है
मगर ओ प्यार नहीं हो सकता।

©Ramanuj Tiwari
  ##lonely
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

उनका भी इक ख्वाब हैं
ख्वाब कोई देखूं मैं
उनसे उन्ही की तरह
लच्छेदार बात फेकूं मैं।

टिकाया है जिस तरह
सर और के कंधे पर
चाहती है सर अपना
किसी और कांधे टेकूं मैं।

शौक था नये नजारों का
यूँ तो सदा ही देखि ओ
चाहत है उसकी कि 
कहीं और नयन सेकूं मैं।

दिल से उसे निकाल कर
बचा हूँ कितना खुद में
वक्त मिले गर खुदा, तो 
खुद को खुद से देखूं मैं।

समझदारी प्यार को
भी व्यापार बनाती है
प्रेम मिले भी अगर
शिशु की भांति देखूं मैं।

बेशक़ तेरे चाहने वालों
की भीड़ बहुत भारी है
गर  दिल से उतर गयी
तो लानत है मेरे व्यक्तित्व पर
जो इक बार पलट कर देखूं मैं।

©Ramanuj Tiwari
  ##lonely
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

जरा याद उन्हें भी कर लो
जो लौट के फिर न आये।

©Ramanuj Tiwari
  #IndependenceDay
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

मजबूरियों की दुहाई देते जिम्मेदार मिले
मुझे इश्क की गली के सब मक्कार मिले।

किसी को रहीम तो किसी को राम मिले
किस्मत के वास्ते मुझे नमक हराम मिले।

मूरत समझकर दिल में सूरत बसाई थी
मुझे पत्थर काटने वाले मूर्तीकर मिले।

माँगा जब भी उससे चंद लम्हे प्यार के
तोहफ़े में सिर्फ बहाने और इंतजार मिले।

कौन सगा किस पर भरोसा किया जाय
सिर्फ जेब टटोलने वाले वफादार मिले।

©Ramanuj Tiwari
  ##SAD
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

खर्च होने से गर बचूंगा सनम
मैं फिर से इश्क करूंगा सनम।

तुम फिर से आना जिंदगी में
हसीन सपने,मीठी बातों संग
मूरत फिर कोई गढ़ूंगा सनम
खुद को गिरवी धरूंगा सनम
मैं फिर से इश्क करूँगा सनम

तुम फिर से आना जिंदगी में
सजाना अपनी प्रोफइल में
नाम देना हार्ट बीट और जान
स्टेटस लगाना मेरे नाम का
इसी पर मर मिटूंगा सनम
मैं फिर से इश्क करूँगा सनम

तुम फिर से आना जिंदगी में
इक सच्चे प्यार की तलाश में
तराशना इतना खुद को भूल जाऊँ
फिर छोड़ देना मुझे बीच राह में 
तेरी यादों संग भटकूंगा सनम
मैं फिर से इश्क करूँगा सनम।

तुम फिर से आना जिंदगी में
दिमाग़ का तेज धार करके
घड़ी - घड़ी इस्तेमाल करना
अच्छे से टाइम पास करना
मैं सच्चा प्यार समझूंगा सनम
मैं फिर से इश्क करूँगा सनम।

©Ramanuj Tiwari
  ##Dark
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

लाख कोशिस की, यादों से उबर न पाया
नजर जिधऱ भी गयी बस उसी को पाया।

हंस हंस के जो मोहब्बत का रंग चढ़ा था 
रो रो कर भी उसे मैं उतार ना पाया।

सात  जन्मों  की  बातें  करते  थे 
इक जन्म भी ओ निभा न पाया।

©Ramanuj Tiwari
  ##Dark
77f4785639fc8a0c72e862bb8616fdf9

Ramanuj Tiwari

मस्त हैं लोग खुद कि जिंदगी में
हटा  मेरे  दिल  का  बवाल सके 
कोई नहीं हैं  जो  संभाल  सके
रख   मेरा   भी   ख्याल    सके।


ऐसा नहीं कि कोई अपना नहीं था
जिंदगी  का  कोई  सपना नहीं था
पर है  नहीं  कोई  जो  पाल  सके
नये  रूप  में सपनों को ढाल सके।

भीड़  ने  मुझे  अकेला  कर  दिया
यादों  का  ऐसा  मेला  कर   दिया
उसकी  यादों से मुझे निकाल सके
कोई  नहीं है जो मुझे संभाल सके।

धन  वैभव  मान सम्मान मांगते हैं
ईश्वर  से  अपनी पहचान मांगते हैं
मांगते  हैं  टूटे  हुये  आशिक  भी
मौत का मजबूत सामान मांगते हैं।

ऐसा नहीं कि हर कोई मरना ही चाहता है
मगर हर किसी के हालात समान नहीं होते
कोई बाज बनकर आकाश कि ऊँचाइयाँ छूता है
कोई चिड़िया कि तरह अपना छाँव मांगते हैं।

मेरी  तुमसे  कोई  शिकायत  भी  नहीं  हैं
आप   लज़ीज़   जिंदगी   के   दीवाने   हैं
हमने रेत पर मोहब्बत कि इबारत लिखी थी
और  अब   तलक   उसी   के  दीवाने  हैं।

©Ramanuj Tiwari
  ##Hum
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile