Nojoto: Largest Storytelling Platform

तुम बिन (दोहे) तुम बिन कैसे मैं रहूँ, नहीं रहा कु

तुम बिन (दोहे)

तुम बिन कैसे मैं रहूँ, नहीं रहा कुछ सूझ।
जीवन ये खाली लगे, कहती है अब बूझ।।

तुम बिन ये जीवन बड़ा, सूना है रघुनाथ।
कहती है सद्भावना, रखना मुझ पर हाथ।।

भक्ति भाव मुझ में नहीं, करता हूँ स्वीकार।
तुम बिन मेरी हार है, हो तुम ही आधार।।

तुमने है सब कुछ दिया, रखते खुद को दूर।
माया में ऐसा घिरा, तुम बिन हूँ मैं चूर।।

भक्ति भाव मुझको मिले, रखता हूँ मैं आस।
तुम बिन विपदा है बड़ी, है मुझको भी त्रास।।

तुम बिन मुझको ये लगे, है जीवन सुनसान।
सारा सुख फीका लगे, मैं भी हूँ हैरान।।
............................................................
देवेश दीक्षित

©Devesh Dixit 
  #तुम_बिन #दोहे 

# चाँदनी Neha verma Bhardwaj Only Budana Deepak Kirar Adhuri Hayat  Lalit Saxena R K Mishra " सूर्य " भाना राम Puja Udeshi ए-कलम