जब जगत जननी बनकर दुल्हन स्वामिनी कैलाश की कैलाश पर आई होंगी लगाकर शिव नाम की मेहंदी बेहद मुस्कुराइ होंगीं लेकर हज़ारों जन्म मईया सती, रति बन आई थीं मिले, बिछड़े सौ दर्द सहे फिर शिव अर्धांग कहलाई थीं। ©Akanksha Mogha मेहंदी शिव नाम की #VantinesDay