थोड़ा सा मुस्करा दो मां अब समय से भोजन खाऊंगा। खेलने भी नहीं जाऊंगा। घर की सब्जियां भी लेता आऊंगा चक्की मे गेहू देकर , तुमारि चुनरी भी दर्जी से सिलवा लाऊंगा। थोड़ा सा मुस्करा दो मा। अब समय से भोजन खाऊंगा थक गया हूं खेलकर अपने आंचल में सुला लो मां,। अपने सीने से लगा लो मां। सारे दुःख की तुम्हीं दवा हो। सारे सुखो का तुम्हीं संगम हो। नहीं मानी तो तेरी सारी के पल्लू में लपट जाऊंगा तेरी गोदी में बंदर कि तरह चिपक जाऊंगा। थोड़ा सा मुस्करा दो मा। कान पकड़ता हू, अब समय से भोजन खाऊंगा। #NojotoQuote #mother