चलो चार टांके जिंदगी पर लगाते हैं मौत से पहले क्यों, हम मरते से नज़र आते है पतले धागे से कश कर गांठ बांध लेते हैं थामें ख़ुद को चलो, खुशियों में मगरूरियत तलाशते है होकर बेबाक, मनचली ही सही, मनमर्जिया अपनी चलाते है चलो चार टांके जिंदगी पर लगाते है ज़िंदगी पर लगाते है....... ©Arya Chandra चार टांके..... #Light