सुधा सिन्धु का पर न कोई पा सकता । लाखों जिव्हा मिल भी जाए गान न कोई गया सकता । संयम पहरा देता मन पर विकार कोई न आ सकता । जो गुरुवर के दर्शन करले खाली हाथ न जा सकता । शुभभ जैन"सिध्द"