आज मैं फिर बैठ गया उसके इंतजार में, मैं तो भूल ही गया था वो है अब नये शिकार में, सुकूं है अब सबको चैन होगा, उनकी शादी का एलान है आज के इश्तिहार में, अब क्या अब तो बस आंखों और लफ्जों का सिलसिला जारी रहेगा, धड़कन तो कैद है उनके जिगर के दरबार में । ✍हर्षित 'विभोर ✍ #NojotoQuote गजल gazal ...एक मतला और शेर shayari शायरी हिन्दी #हिन्दी #शायरी #nojoto #shayari #मुक्तक #गजल