#simple
नहीं है कोई फ़हरिस्त ए आरज़ू, कोई बड़ा इरादा भी नहीं है,
ख़ुद को भुला कर हद से ग़ुज़र ने का ख़ुद से कोई वादा भी नहीं,
जो बहुत बड़ी ओ आलीशान ज़िंदगी जी रहे हैं ज़रा याद दिला दूँ,
कोई विरासत, धरोहर, या हासिल दो पुश्तों से ज़्यादा की नहीं! #शायरी