जिसे देखो, वो कुछ ना कुछ लिख रहा है मैंने भी कलम उठा, बस इतना ही लिख दिया 'म' क्यों कि इसी म से है ममता इसी म से है मोहब्बत और इसी म से हु मेैं मेरी दुनिया तो तू ही है.....