Nojoto: Largest Storytelling Platform

टूटे दिल के टुकड़े, मैं चुनता ही रहा हूं चुनता ही

टूटे दिल के टुकड़े, मैं चुनता ही रहा हूं
चुनता ही रहा हूं
एक ख्वाहिश थी कैसी -3
कि पल पल चाहत में, जलता ही रहा हूं 
जलता ही रहा हूं।
अब नहीं कोई चाह जिंदा रही -3
जलना था कितना मुझे
जल जल के - राख हो रहा हूं
राख हो रहा हूं
टूटे दिल के टुकड़े..............
कर दे दफन कोई, या मुझको जला दे,
अब नहीं सांस बाकी, न कोई इच्छा रही है
दफन का न जलने का अहसास नहीं 
चिंगारी कोई जला दे, 
अब जिंदा कहां रहा हूं -2
टूटे दिल के टुकड़े, मैं चुनता ही रहा हूं।

©Karan Kumar
  #टूटे_dil