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सुबह की सिंदूरी धूप में अभी भी "तुम" सिंदूरी दिखती

सुबह की सिंदूरी धूप में अभी भी "तुम" सिंदूरी दिखती हो
ख़िडकी से रोशनी कमड़े में भेज अभी भी "तुम" जगाती हो ....

खिड़की पर अजानी आहटों  से खिड़की का पल्ला खटकाती हो
  मुझे तूम अपनी  "मदहोशी" की याद दिलाती हो....

तुम हवाँ बन न जाने किस तरफ़ रुख़ बदल लिये
हर इक झोका मुझे तुम्हारी जुल्फ़ों की याद दिलाती है....

तुम्हारी यादों को छोड़कर, सुनो मैं परिंदा सा फिर उड़ चला हूँ 
फिर हौसले भरकर अपने  "मुक़ाम" के पगठण्डी पर चल पड़ा हूँ ....

नज़र से नज़र मिलाने लगा हूँ आईना में मेरे अक्स से 
नज़र से नज़र पर धूल रगड़ कर बोलने लगा हूँ....

तुम्हारी आवाज जो वहम बन कर सताया बहुत 
अब फिर बारिश के आवाज़ पर भींग कर चलने लगा हूँ.....

बिछड़कर तुझसे जाऊँगा कहाँ मैं सोचा बहुत
तेरे ग़म पर मिट्टी डाल कर नई राह चुन रहा हूँ.....

"निशीथ" मर गया धीरे धीरे जब खो चुका तुमको 
 बंजर मिट्टी की चादर चिर फिर धीरे धीरे पनप रहा हूँ  .....

#निशीथ

©Nisheeth pandey
  सुबह की सिंदूरी धूप में अभी भी "तुम" सिंदूरी दिखती हो
ख़िडकी से रोशनी कमड़े में भेज अभी भी "तुम" जगाती हो ....

खिड़की पर अजानी आहटों  से खिड़की का पल्ला खटकाती हो
  मुझे तूम अपनी  "मदहोशी" की याद दिलाती हो....

तुम हवाँ बन न जाने किस तरफ़ रुख़ बदल लिये
हर इक झोका मुझे तुम्हारी जुल्फ़ों की याद दिलाती है....

सुबह की सिंदूरी धूप में अभी भी "तुम" सिंदूरी दिखती हो ख़िडकी से रोशनी कमड़े में भेज अभी भी "तुम" जगाती हो .... खिड़की पर अजानी आहटों से खिड़की का पल्ला खटकाती हो मुझे तूम अपनी "मदहोशी" की याद दिलाती हो.... तुम हवाँ बन न जाने किस तरफ़ रुख़ बदल लिये हर इक झोका मुझे तुम्हारी जुल्फ़ों की याद दिलाती है.... #lovequotes #Remember #alone #शायरी #roshni #sadquotes #Likho #streak #bekhudi #निशीथ #NojotoStreak

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