🌹🙏🙏🙏🙏🌹 *🙏꧁!! सुविचार !!꧂🙏*
*बदले की आग दूसरों को कम स्वयं को ज्यादा जलाती है। बदले की आग उस मशाल की तरह है, जिसे दूसरों को जलाने से पहले स्वयं को जलाना पड़ता है।*
*इसलिए सहनशीलता के शीतल जल से जितनी जल्दी हो सके इस आग को रोकना ही बुद्धिमत्ता है।*
*🌹शुभ प्रभात 🌹*
*꧁jai shree ram꧂* 🌹🙏🙏🙏🙏🌹