इश्क़ को बंदिशों में नही कीजिए, इश्क़ को बेखुदी में नही कीजिए, इश्क़ है दो दिलों की नयी जिन्दगी, इश्क़ में दिल्लगी को नही कीजिए, इश्क आता नही है मिरे हमसफर, इश्क की आप जुर्रत नही कीजिए, इश्क हो एक बारी नही कोई गम, इश्क हो दूसरा तो नही कीजिए, इश्क में कोई मजहब नही देखता, इश्क है मजहबी तो नही कीजिए, इश्क में खुशबुओं के नये फूल हैं, इश्क को आप गुलशन नही कीजिए। ~गुलशन"श्रृंगारप्रेमी"...✍️ #feather #Love #br💔ken #gazal ✍️chai aur kavita