खुदगर्जी के समंदर में नहा सकूँ क्या इतनी मोहब्बत कर सकोगी तुम? या चुपचाप ब्याह कर लूँ रवायतें तो बीवियों को खुदगर्जियाँ ढोना, सहना, उठाना और उसे मोतियों सी पिरों के रखना सिखा ही देती हैं बोलो कर सकोगी ऐसा? मेरे प्यार के एवज़ में? #खुदगर्जी #मोहब्बतें #समझौते #औरत #बंधन