प्रिय यूँ नज़र से नज़र मिला तो सही पहली मुलाक़ात के लिए आ तो सही तेरी चाहत का सुमन खिला तो सही मेरे मन को खुशबु से महका तो सही जज़्बात मचलते है,तेरे प्रेम बिना मेरे जज़्बात को सम्भालने तू आ तो सही खट्टी-मीठी तकरार ज़रूरी इश्क़ में कभी तकरार करने तू आ तो सही यादों के सहारे ही जी लेंगे हम तेरी याद दिलाने को कभी आ तो सही बरसता सावन, फ़िर भी प्यासा हूँ मैं विरह की आग बुझाने आ तो सही आ तो सही... #restzone #rztask77 #rzलेखकसमूह #poetry #kavita #pinterest #poem