zindagi जब तलक़ चल रही है ज़िन्दगी चलने दो हर इक मुश्किलों में ज़िन्दगी को पलने दो वक़्त के साथ ज़िन्दगी की रेस लगानी है अभी और सहरा में ज़िन्दगी को जलने दो ©prakash Jha जब तलक़ चल रही है ज़िन्दगी चलने दो हर इक मुश्किलों में ज़िन्दगी को पलने दो वक़्त के साथ ज़िन्दगी की रेस लगानी है अभी और सहरा में ज़िन्दगी को जलने दो prakash jha #prakashjha_shyari #prakashjha