ग़ज़ल :- आप हमसे एक वादा कीजिए । फिर मिलन का पैदा रस्ता कीजिए ।।१ नाम लेकर मत पुकारा कीजिए । बस इशारों में बुलाया कीजिए ।।२ आपका मैं दिल दुखाऊँगा नहीं । आप इतना तो भरोसा कीजिए ।।३ दिल हमारा क्यों दुखेगा आपसे । बात कड़वी अब न बोला कीजिए ।।४ जान से भी ज्यादा आपको चाहता । इस तरह से दिल न तोड़ा कीजिए ।।५ दर्द दिल में ठहरने मत दो अभी । साज मीठा गुनगुनाया कीजिए ।।६ बात दिल पे चोट गर कोई करे । तब प्रखर सबको हँसाया कीजिए ।।७ १२/०२/२०२४ - महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR ग़ज़ल :- आप हमसे एक वादा कीजिए । फिर मिलन का पैदा रस्ता कीजिए ।।१