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तू शहरों कि शांम और में गांव की सुबह,, कहीं तो मिल

तू शहरों कि शांम और में गांव की सुबह,,
कहीं तो मिलती होगी सुबह भी शाम से,,
तेरी शामों में आ थोड़ी ताजगी घोल दू,
तू बन जा रौनक मेरे घर के आंगन की ,,









चल घुल जाए किसी रंग की तरह

©Vickram
  स्यामिल है तुझमें,,
vickram4195

Vickram

Silver Star
New Creator

स्यामिल है तुझमें,, #शायरी

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