चलो यूँ ही सही इसमें भी सुकूँ है ना उम्मीद कोई ना आरज़ू ना कोई इंतेज़ार दरख्तों पर जुदा होने का अक्सर डर सताता था ©Mo k sh K an #ENDGAME #mokshkan #