तुम ही मेरे दोस्त तुम ही ख़ैर-ख़्वाह तेरे संग भरी हुई है मश्वरों की अलमारी..! बहुत वक़्त हुआ तुमसे ना मिला, आओ कभी यहाँ खेले संग यादों की पिचकारी..! सभी दोस्तों को मेरा प्यार और दुलार..! हर किसी का नाम लिख नहीं सकते, और किसी को छोड़ नहीं सकते..! #kumaarsthought #kumaarpoem #kumaardedication #happyfriendshipday #मित्रतादिवस