शीर्षक - कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी ----------------------------------------------------------------- कोशिश मेरी बेकार नहीं जायेगी कभी। मोहब्बत यह मेरी खुशी लायेगी कभी।। मजबूर करेगी उसको, मिलने को मुझसे। मुलाकात हमारी मोहब्बत करवायेगी कभी।। कोशिश मेरी बेकार----------------------।। वह भी तो देखती होगी, कोई ख्वाब जीवन का। चाहती होगी कोई साथी, वह भी अपने जीवन का।। वह भी तो तड़पती होगी, रातों में बेचैन होकर। उसकी बेचैनी उसकी चाहत को, जगायेगी कभी।। कोशिश मेरी बेकार----------------------।। मालूम है उसको, मेरी मोहब्बत की कहानी। जिसमें बसी है उसकी, खुशी- ओ- रवानी।। उसने भी तो रंग, इसमें भरें है प्यारे-सुनहरे। जीवन में बहार, यह कहानी लायेगी कभी।। कोशिश मेरी बेकार----------------------।। मेरे बिना वह खुश कभी, रह नहीं सकती। गमो- दर्द में वह कभी, जी नहीं सकती।। बहुत मौज की है उसने, मेरी इन बाँहों में। फिर से मेरी इन बाँहों में, वह आयेगी कभी।। कोशिश मेरी बेकार----------------------।। शिक्षक एवं साहित्यकार गुरुदीन वर्मा उर्फ़ जी.आज़ाद तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान) ©Gurudeen Verma #गीतकार