#5LinePoetry "जब सूर्य की ऊषा व प्रत्युषा संग, नदी का उजला पानी चमचमाहट करता था।" "बचपन में घर के बाहरी गलियारे में बैठ !!" "पानी में अठलेखी करते पंछियों संग, मैं भी उस चमक में अपनी परछाई देखा करता था।" ©शिखा शर्मा #5LinePoetry #Nojoto #nojotohindi #nojotoenglish #poem #Shayari #nojotoshayari #nojotopoetry #2liner #शायरी